चेक बाउंस (Cheque Bounce) का क्या मतलब होता है?

चेक बाउंस (Cheque Bounce) के विषय में जानकारी

धन का आदान- प्रदान करने की एक विधि चेक है, इसके द्वारा चेक देने वाले व्यक्ति के एकाउंट से धनराशि काट के सम्बंधित व्यक्ति के खाते में अथवा कैश प्रदान कर दी जाती है, इससे किसी वस्तु को खरीदने के लिए कैश को लेकर नहीं चलना होता है | बैंक की साख बचाने और सामान्य जन- जीवन में बैंकों के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए लोकसभा में निगोशिएबल इंश्ट्रूमेंट्स (अमेंडमेंट) बिल को पास किया गया है, जिसकी जानकारी होना आपको अति आवश्यक है, अन्यथा आपको सजा या जुर्माना हो सकता है, इस पेज पर चेक बाउंस (Cheque Bounce) का क्या मतलब होता है, चेक बाउंस के नए नियम, पेनालिटी के विषय में बताया जा रहा है |

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चेक बाउंस (Cheque Bounce) का क्या मतलब होता है?

जब आप किसी व्यक्ति को धन देने के लिए आप अपने बैंक खाते की चेक काट कर उस व्यक्ति को देते है, कि वह बैंक से इस धन को प्राप्त कर ले वह तीन महीने के अंदर इस धन को प्राप्त कर सकता है | जब वह व्यक्ति बैंक में जाकर उस चेक को जमा कर के धन प्राप्त करना चाहता है, उस समय यदि आपके खाते में पर्याप्त धन राशि नहीं होगी, तो बैंक उसे चेक बाउंस मानती है और पैसे देने से माना कर देती है, इसे ही चेक बाउंस (Cheque Bounce) कहा जाता है, चेक बाउंस करना एक दंडनीय अपराध है, चेक बाउंस होने पर वह व्यक्ति आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही कर सकता है, जिससे आपको सजा या जुर्माना हो सकता है |

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चेक बाउंस के नए नियम (New Rules of Check Bounce)

चेक बाउंस के लिए संसद ने कानून बनाया है, इसके अंतर्गत यह प्रावधान किया गया है, कि चेक बाउंस होने पर पीड़ित व्यक्ति कोर्ट में अपील दाखिल कर सकता है | कोर्ट शिकायतकर्ता को तुरंत धनराशि का 20 प्रतिशत खाता धारक द्वारा देने का निर्देश दे सकता है | इसके बाद यदि कोर्ट खाता धारक को बरी कर देती है, तो शिकायतकर्ता को मुआवजे की राशि को ब्याज सहित वापस करना होगा | चेक जारी करने वाले को व्यक्ति को 60 दिन के भीतर मुआवजा देना अनिवार्य है |

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पेनालिटी (Penality)

यदि धन राशि अधिक बड़ी है, तो इसे दो किश्तों में जमा करने कि छूट प्रदान की जाती है | 60 दिन की अवधि के बाद 30 दिन की छूट अतिरिक्त प्रदान की जाती | अगर आरोपी को ट्रायल कोर्ट से राहत प्राप्त नहीं होती है, तो मामला अपीलीय अदालत को भेज दिया जाता है | यहाँ पर आरोपी को कुल राशि का 20 प्रतिशत अधिक देना होगा | इसके साथ ही चेक जारी करने वाले पर 20 प्रतिशत दंड का प्रावधान किया गया है | कोर्ट दंड की राशि को 100 प्रतिशत तक कर सकती है | इस नए प्रावधान को चेक की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए जोड़ा गया है |

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यहाँ पर हमनें चेक बाउंस (Cheque Bounce) के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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