मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicle Amendment Bill 2019) के विषय में जानकारी
भारत में सड़क दुर्घटना के कारण प्रतिवर्ष हजारों लोगों की मृत्यु हो जाती है | इसका मुख्य कारण लोगों द्वारा ट्रैफिक नियम का पालन न करना है | अभी तक सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत सरल प्रवधान किये थे जिसके कारण इसके उलंघन के मामले अधिक प्रकाश में आये है | केंद्र सरकार ने इन कानून को सख्त करते हुए मोटर व्हीकल एक्ट 2019 को लागू किया है, जिससे दुर्घटनाओं को कम किया जा सके | इस पेज पर मोटर व्हीकल एक्ट | Motor Vehicle Amendment Bill 2019 के विषय में जानकारी दी जा रही है |
ये भी पढ़ें: ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) ऑनलाइन अप्लाई और चेक कैसे करें
ये भी पढ़ें: Formula One Race (फार्मूला वन रेस) क्या है?
मोटर व्हीकल एक्ट क्या है (What is Motor Vehicle Act)?
सड़क पर मोटर वाहन चलाने और वाहन के निर्माण के लिए बनाये गए नियम और कानून को मोटर व्हीकल एक्ट के नाम से सम्बोधित किया जाता है | केंन्द्र और राज्य सरकार समय- समय पर इसमें संसोधन करती रहती है |
ये भी पढ़े: पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते है?
Motor Vehicle Amendment Bill 2019
इस मोटर व्हीकल संसोधन एक्ट 2019 के अंतर्गत किये प्रावधान इस प्रकार है-
- यदि नाबालिग वाहन चलाता है और उससे कोई घटना घटित हो जाती है, तो उसके अभिभावक पर 25 हजार रुपए का जुर्माना और 3 साल की सजा का प्रावधान किया गया है, इसके लिए जुवेनाइल एक्ट के अंतर्गत मुकदमा चलेगा |
- अगर ओला, उबर के वाहन लाइसेंस शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाए जाते है, तो कंपनी पर 25 हजार से लेकर 1 लाख रूपये जुर्माना किया जायेगा |
- दुर्घटना पर घायल का मुफ्त इलाज किया जायेगा |
- इस बिल के अनुसार ड्राइवर और क्लीनर का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस करना अनिवार्य है | मृत्यु होने पर 50 हजार से 5 लाख रुपए तक मुआवजे का प्रावधान किया गया | अज्ञात वाहन से व्यक्ति की मृत्यु पर 25 हजार से 2 लाख का मुआवजा और घायल होने पर 12 से 50 हजार रुपए का मुआवजा प्रदान किया जायेगा |
- मोटर व्हीकल संसोधन एक्ट 2019 के अंतर्गत मोटर व्हीकल एक्सीडेंट फंड का निर्माण किया जायेगा इसका प्रयोग सभी चालकों का इंश्योरेंस करने और इलाज और मृत्यु होने पर परिजनों को मुआवजा देने के लिए किया जाएगा |
- लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पहचान पत्र का ऑनलाइन वेरीफिकेशन अनिवार्य किया गया |
- कमर्शियल लाइसेंस को 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 साल के लिए मान्य किया गया है |
ये भी पढ़े: कैसे करे उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज़
ये भी पढ़े: इलेक्ट्रिक चार्जिंग (EV) स्टेशन कैसे खोले?
जुर्माना (Penalty)
विषय | पूर्व समय में (रुपए) | वर्तमान समय में (रुपए) |
ओवरलोड | 2000 (/ टन अतिरिक्त 1000) | 20000(/टन अतिरिक्त 2000) |
सीट बेल्ट | 100 | 1000 |
बगैर इंश्योरेंस | 1000 | 2000 |
सामान्य | 100 | 500 |
आदेश का उल्लंघन | 500 | 2000 |
बगैर लाइसेंस | 500 | 5000 |
ओवर साइज वाहन | नहीं | 5000 |
खतरनाक ड्राइविंग | 1000 | 5000 तक |
ड्रंकन ड्राइविंग | 2000 | 10000 |
स्पीडिंग/ रेसिंग | 500 | 5000 |
बगैर परमिट | 5000 तक | 10000 से 25000 तक |
ये भी पढ़ें: भारत स्टेज 4 (BS-4) और भारत स्टेज 6 (BS-6) क्या है
यहाँ पर हमनें मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |
ये भी पढ़ें: बेल (Bail) या जमानत क्या होती है ?
ये भी पढ़े: ऑनलाइन शिकायत कैसे दर्ज करे
ये भी पढ़े: ऑनलाइन मुकदमा कैसे दर्ज कराएं
ये भी पढ़े: Online FIR कैसे दर्ज करे