ऑनलाइन मुकदमा कैसे दर्ज कराएं (यूपी कॉप सिटीजन एप्प)

डिजिटल क्रांति के इस युग में हर कार्य ऑनलाइन होने लगा है। पहले आपको किसी भी कार्य को करने में बहुत समय लगता था, मसलन पानी-बिजली का बिल जमा करवाना हो, बैंक खातों में पैसा ट्रासंफर करवाना, या किसी रेस्टोरेंट से खाना घर पर लेकर आना हो। ये सभी कार्य आजकल घर बैठे मोबाइल एप्स और इंटरनेट की मदद से घर बैठे किये जा रहे हैं। 

ऐसे में न्याय विभाग या पुलिस विभाग इससे अछूता कैसे रह सकता है। एक सुरक्षित समाज का निर्माण करने में पुलिस और न्याय विभाग अथक कार्य करते हैं। ऐसे में नागरिकों की ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं के पुलिस विभाग ने भी अपने कार्यों में डिजिटलीकरण किया है। अब आप अपने साथ घटी किसी भी घटना की जानकारी कहीं भी बैठे हुए एप के माध्यम से दे सकते हैं। 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने यूपी कॉप सिटीजन एप लांच किया है, इससे नागरिकों को अपनी प्राथमिकी(FIR) लिखवाने में होने वाली समस्या का समाधान करने का प्रयास किया गया है। इसकी सहायता से अब राज्य के नागरिक ऑनलाइन माध्यम से अपनी प्राथमिकी दर्ज करवा सकते है, जिस पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।

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उत्तर प्रदेश पुलिस इस एप के माध्यम से 27 सेवाओं को प्रदान करेगी, जिसके विषय में राज्य के नागरिकों को जानकारी होना आवश्यक है। यूपी कॉप सिटीजन एप के माध्यम से ऑनलाइन मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया के विषय में आपको इस पेज पर विस्तार से बता रहे है, जिसकी सहायता से आप इस एप की सुविधाए आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

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भारत में किसी भी अमुख व्यक्ति के ऊपर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए सर्वप्रथम अपनी प्राथमिकी यानि एफआईआर दर्ज करवानी होती है। उस प्राथमिक में आपकी शिकायत के अनुसार उसमे आईपीसी की धारा लगाकर मुकदमा दर्ज किया जाता है। आईपीसी की धारा में दिए गए नियम के अनुसार विपक्षी पार्टी के विरुद्ध कार्यवाही की जाती है। इस एप की सहायता से आप यह प्रक्रिया ऑनलाइन संपन्न कर सकते है-

प्रथम सूचना रिपोर्ट(FIR) दर्ज करवाने के लिए यूपी कॉप सिटीजन एप का इस्तेमाल कैसे करें

  • सबसे पहले आपको प्लेस्टोर पर जाकरअनोखे फीचर्स के साथ UP COP  को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा।
  • इंस्टॉल करने के बाद जैसे ही आप एप को ओपन करते हैं आपके सामने कई विकल्प उपलब्ध होंगे। जैसे – FIR, Complaint, Permission, Service, Information आदि।
  • ऑनलाइन मुकदमा या एफआईआर दर्ज करवाने के लिए आपको FIR पर क्लिक करना है और दिए गए विकल्पों में से Register E FIR चुन लेना है।
  • जैसे ही आप E FIR  का विकल्प चुन लेते हैं आपसे Log In  करने के लिए पूछा जाएगा। 
  • अब आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना है और Get OTP  पर क्लिक कर देना है। 
  • इसके बाद आपको अपना नाम, लिंग, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस दर्ज करना है। जैसे ही आप इन्हें भरते हैं आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा जिसे दर्ज करने के बाद आप लॉग इन कर सकते हैं।
  • इसके बाद आप E-FIR  पर क्लिक करेंगे और इसके बाद आपसे आपका विवरण भरने के लिए कहा जाएगा जिसमें आपका नाम, पिता का नाम, उम्र लिंग, ईमेल आदि शामिल हैं।
  • इसके बाद आपसे आपके साथ हुए जुर्म के बारे में पूछा जाएगा, इसकी सूची आपको स्क्रीन पर देखने को मिलेगी। इसमें साइबर क्राइम, किडनेपिंग, चोरी, नकली नोट आदि जैसे अपराध शामिल होंगे। यदि इनके अलावा आपके साथ कोई अपराध हुआ है तो आप अदर सिलेक्ट कर सकते हैं।
  • इसके बाद आपके आपके साथ घटी घटना का ब्यौरा पूछा जाएगा, जो कि आपको अंग्रेजी भाषा में ही लिखना होगा।
  • यदि आप अंग्रेजी भाषा में असमर्थ हैं तो आप कागज पर एक एप्लीकेशन लिखकर उसकी फोटो भी अपलोड कर सकते हैं।
  • आपके साथ घटित घटना का ब्यौरा दर्ज करते ही आपको सबमिट बटन पर क्लिक कर देना है। SUBMIT बटन पर क्लिक करते ही आपकी एफआईआर दर्ज हो जाती है और आपको एफआईआर नंबर दे दिया जाता है।
  • यदि आप अपनी दर्ज की हुई एफआईआर को देखना चाहते हैं तो आप एप के HOME PAGE  पर आकर दिए गए विकल्पों में से FIR पर क्लिक कर, View  या Download FIR का विकल्प चुन सकते हैं और FIR नंबर के द्वारा अपनी एफआईआर देख सकते हैं।

यूपी कॉप सिटीजन एप की सहायता प्राप्त 27 सेवाएं

इस एप के माध्यम से नागरिकों को 27 सेवाओं का लाभ प्रदान किया जाता है, उनमें से प्रमुख सेवाएं इस प्रकार है-

  • ई-एफआईआर
  • प्राथमिकी का अवलोकन
  • गुम वस्तु की सूचना
  • दुर्घटना चेतावनी
  • घरेलू सहायता सत्यापन
  • नौकरों के सत्यापन
  • किराएदार सत्यापन
  • जुलूस
  • विरोध/हड़ताल पंजीकरण का अनुरोध
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ वरिष्ठ नागरिक
  • दिव्यांगों से संबंधित सुविधाएं शामिल हैं 

आप घर बैठे इन अपराधों के लिए मुकदमे भी दर्ज करवा सकते हैं- 

वाहन चोरी, वाहन लूट, मोबाइल का चोरी होना या छीन लिया जाना, नाबालिग बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट, खोयी हुई वस्तु का पंजीकरण और साइबर अपराध।

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लापता व्यक्तियों व अज्ञात शवों के विषय में जानकारी

यह एप आने से पहले थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाने के बाद लापता व्यक्तियों के लिए सार्वजानिक स्थान पर फोटो सहित पोस्टर चस्पा किये जाते थे। लापता व्यक्तियों के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए परिवार के सदस्यों को नजदीकी पुलिस स्टेशन के बार-बार चक्कर लगाने पड़ते थे। जिससे व्यक्तियों का समय और पैसा दोनों की हानि होती थी और कई मामलों में पुलिस कर्मियों के गलत आचरण का सामना भी करना पड़ता था। यूपी कॉप सिटीजन एप लॉन्च होने के बाद आपको प्राथमिकी दर्ज करवाने के बाद इस एप पर प्राथमिकी नंबर डाल कर लापता व्यक्ति के विषय में जानकारी आसानी से प्राप्त हो जाएगी, क्योंकि इसमें फोटो सहित विवरण दिया जाता है।

एप के माध्यम से थाने की जानकारी

यदि किसी व्यक्ति के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो वह उसी स्थान से यूपी कॉप सिटीजन एप की सहायता से थाने की जानकारी प्राप्त कर सकता है। इससे थाने की सीमा विवाद की समस्या आसानी से हल हो सकती है, जिससे दुर्घटना के बाद होने वाली त्वरित कार्यवाही के समय को कम किया जा सकता है। आप जैसे ही दुर्घटना की सूचना अपलोड करेंगे आप के सामने संबंधित थाने का नाम स्क्रीन पर आ जाएगा।

गिरफ्तार व्यक्तियों की जानकारी

अभियुक्त के गिरफ्तार होने पर उसकी सम्पूर्ण जानकारी एप पर अपलोड कर दी जाएगी। इस जानकारी के माध्यम से परिवार के सदस्यों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि आप किसी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में सूचना इस एप के माध्यम से देते है, तो सूचना देने वाले के नाम की जानकारी सार्वजानिक नहीं की जाएगी।

चोरी हुई वस्तुओं की बरामदगी

पूर्व प्रचलित व्यवस्था में चोरी हुई की वस्तु को प्राप्त होने की जानकारी व्यक्ति के पास समय से नहीं पहुंच नहीं पाती थी, जिस कारण वह वस्तु महीनों तक पुलिस स्टेशन में ही पड़ी रहती थी। इस एप की सहायता से वस्तु प्राप्त होने के बाद एप पर इसकी सूचना अपलोड करनी पड़ेगी। इस प्रकार से वस्तु की जानकारी व्यक्ति के पास पहुंच जाएगी।

यूपी कॉप सिटीजन एप की उपयोगिता को अवॉर्ड

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की ओर से आयोजित कार्यक्रम में  ‘यूपी कॉप सिटीजन एप’ को CCTNS गुड प्रैक्टिस अवॉर्ड दिल्ली में प्रदान किया गया है।

योगी सरकार की अनूठी पहल

योगी सरकार ने यूपी पुलिस की छवि को सुधारने और न्याय तथा सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए यूपी कॉप एप के रूप में एक सराहनीय पहल की है। एप के द्वारा आप एफआईआर आदि तो दर्ज करवा ही सकते हैं साथ ही 

चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापन, धरना और विरोध प्रदर्शन, कर्मचारी सत्यापन और साथ ही टीवी सीरियलों या फिल्मों की शूटिंग की अनुमति भी इस एप के द्वारा प्राप्त की जा सकती है। 

यूपी सरकार द्वारा इस एप को राज्य सरकार के ई-डिस्ट्रिकट पोर्टल से भी जोड़ा गया है ताकि जिला मजिस्ट्रेट या जिला कलेक्टर द्वारा जारी किए सभी दस्तावेजों के लिए आवेदन एप के माध्यम से किया जा सके। अपराध के शिकार हुए कोई भी पीड़ित व्यक्ति एप के माध्यम से पुलिस के साथ संबंधित अपराध के बारे में गोपनीय से गोपनीय जानकारी भी साझा कर सकते हैं और संबंधित पीड़ित व्यक्ति का कोई भी विवरण या जानकारी पुलिस द्वारा साझा नहीं की जाएगी।

अनोखे फीचर्स के साथ UP COP 

कई सेवाओं के साथ इस बेहतरीन एप में कई और बेहतरीन फीचर्स भी हैं। इसका एक अनोखा फीचर अनइंस्टॉल बैंड एप है। इसमें यह होता है कि यदि आपके फोन पर गलती से कोई ऐसी एप डाउनलोड हो गई है जो कि सरकार की सूची में नहीं है या फिर वह एप गैर कानूनी है तो यह एप आपको उस एप के संबंध में सूचना दे देगी और आप वह एप अपने फोन से अनइंस्टॉल कर सकते हैं।

यहाँ पर हमनें आपको यूपी कॉप सिटीजन एप के विषय में बताया, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूछ सकते है। हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे हैं।