ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) कौन है

ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) 

दुनिया में बहुत से बच्चें ऐसे होते हैं जो छोटी सी उम्र से ही बहुत बड़े-बड़े कारनामे कर डालते हैं और दुनिया में अपना नाम रौशन करते हैं | इसी तरह हम बात कर रहे है एक 16 साल की लड़की के बारे में जिसने बहुत बड़ा करिश्मा  कर दिखाया और विश्व स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है | दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाली इस 16 साल की लड़की का नाम ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg)  है, जिसने दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन को लेकर बड़ा आन्दोलन खड़ा कर दिया| यहाँ आपको ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) के सम्बंधित पूरी जानकारी बताई जा रही है |

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जानिये ग्रेटा थनबर्ग कौन है ?

ग्रेटा थनबर्ग एक ऐसी लड़की है जिसने दुनिया के हजारों, करोड़ों लोगों अपनी तरफ जोड़ लिया है और अपने बड़े-बड़े कारनामो से पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है | बचपन से ही प्रकृति को बचाने का मुकाम तय कर लिया था | 8 साल की उम्र से ही प्रकृति को को बचाने के लिए खोज में जुट गई गई थी और अपने आप को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह से इसमें लीन हो गई थी | वह प्रकृति को बचाने के लिए इतना अंदर चली गई कि,  बस उनका केवल एक ही लक्ष्य था कि, वो प्रकृति को कैसे बचा सकती है और कैसे इस दुनिया को बदलने में कामयाब हो सकती हैं |

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ग्रेटा थनबर्ग का जन्म और उनका परिवार  

ग्रेटा थनबर्ग किसी बड़े शहर से नहीं है इनका जन्म 3 जनवरी 2003 को स्टॉकहॉक नामक एक छोटे से शहर में हुआ था | इनकी माता का नाम मालाऐना एर्नमर्ग है जोकि एक ओपोरा गायिका है और उनके पिता का नाम सावंटे थनबर्ग है ये एक अभिनेता है | ग्रेटा थनबर्ग के अंदर बचपन से ही पर्यावरण में जागरूकता को लेकर कई विचार आ गए थे | जब ग्रेटा केवल तीन साल की ही थी तभी से वो पर्यावरण पढ़ते समय पर्यावरण में होने वाले नुकसान और ग्लोबल वार्मिंग के प्रति बहुत अधिक सोचने लगी थी  वो डिप्रेशन में चली गई थी | डिप्रेशन में जाने के बावजूद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और धीरे-धीरे उन्होंने अपनी 8 साल कि उम्र में ग्लोबल के बारे में काफी जानकारी हासिल कर ली जिसके  बाद उन्होंने आगे बढ़ते हुए जलवायु परिवर्तन जुडी बातें करनी शुरू कर दी |

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Greta Thunberg’s Facebook, Twitter, Instagram प्रोफाइल

इसी के साथ ग्रेटा के सोशल साईट पर भी फॉलोवर्स किस संख्या काफी अधिक देखने को मिली है | Greta Thunberg’s के Facebook, Twitter, Instagram प्रोफाइल इस प्रकार है –

ग्रेटा थनबर्ग का Facebook अकाउंट

Greta Thunberg के फेसबुक पर पर 26 लाख से भी ज्यादा फॉलोवर्स है , यहां से देखें ग्रेटा थनबर्ग का

Facebook अकाउंट –

https://www.facebook.com/gretathunbergsweden/

ग्रेटा थनबर्ग का Twitter अकाउंट

Greta Thunberg के ट्विटर अकाउंट पर 3 मिलियन से भी ज्यादा फॉलोवर्स है , यहां से देखें ग्रेटा थनबर्ग का Twitter अकाउंट-

twitter.com/GretaThunberg

ग्रेटा थनबर्ग का Instagram अकाउंट

Greta Thunberg के इन्स्टाग्राम पर 8.2 मिलियन फॉलोवर्स है , यहां से देखें ग्रेटा थनबर्ग का Instagram अकाउंट-

https://www.instagram.com/gretathunberg/

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वातावरण के प्रति ग्रेटा थनबर्ग का लगाव 

Greta Thunberg वातावरण के प्रति इतना सोचने लगी थी की वह उसके बारे में सब कुछ जानना चाहती थी बल्कि वह सबकुछ जान भी चुकी थी इसके बाद उन्होंने इसको लेकर स्वीडिश सरकार के खिलाफ अभियान जारी कर दिया था | उस समय उनके दिमाग में केवल पर्यावरण को ही लेकर बाते चल रही थी और साथ में सोचती थी कि, मनुष्यों द्वारा जानवरों को कितनी हानि पहुंच रही है और कैसे ग्लोबल वार्मिंग को खुलेआम बढ़ावा दिया जा रहा है |

पार्यावरण के बारे में इतना अधिक सोचने की वजह से ग्रेटा कई बार बीमारी का शिकार हुई और इसके बाद उन्होंने सभी लोगों से बात करना भी बंद कर दिया | उन्होंने धीरे-धीरे स्कूल जाना भी छोड़ दिया क्योंकि वो स्पर्जर सिंड्रोम नामक बीमारी का सामना कर रही थी | इतनी बड़ी बीमारी होने के बावजूद भी वो कमजोर नहीं पड़ी और इस बीमारी के साथ ही वो अपने लक्ष्य की तरफ आगे कदम बढ़ाती गई |

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पर्यावरण के बारे में जानकारी हासिल करते -करते डिप्रेशन में जाने की वजह से उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया था जिसकी वजह उनका दो महीने के अन्दर ही 10 किलो वजन भी घट गया था | ग्रेटा के इस संघर्ष वाले जीवन में उनके परिवार वालों ने भी उनका पूरा साथ दिया जिसके कारण वो आगे बढ़ती ही चली गई और आज पूरी दुनिया के लोग उनसे जुड़े हुए है | उन्होंने पर्यावरण के प्रति ऐसी जागरूकता फैला दी कि, उनके माता-पिता भी शाकाहारी बन गए है | ग्रेटा का मनाना है कि, पर्यावरण में मौजूद जानवरों को मारकर खाना बहुत ही गलत होता है क्योंकि ऐसा करने से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है | उन्होंने पूरी दुनिया को अकेले ही संघर्ष करते हुए पर्यावरण के बारे में पूरी तरह से जागरूक करने का प्रयास किया |

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ग्रेटा थनबर्ग ने अपने जीवन में किये संघर्ष 

ग्रेटा के स्कूल में सभी अध्यापकों और बच्चों को बन्दूक और हथियार रखने की पूरी इजाजत थी तो उन्होंने पर्यावरण के प्रति कदम बढ़ाते हुए सबसे पहले अपने  स्कूल से बन्दूक रखवाना बंद कर दिया क्योंकि वहां के बच्चे और बड़े उन हथियारों से किसी के ऊपर भी वार करते हुए उन्हें मार सकते है | उन्होंने इस नियम को खत्म को करने के लिए  स्वीडिश सरकार के खिलाफ आवाज उठाई कि इस नियम को जल्द से जल्द हटाया जाए |

इसके बाद उन्होंने अपने एक प्रोग्राम के दौरान एक स्पीच दी जिसे सुनकर पूरा विश्व हिल गया | उन्होंने अपनी स्पीच में कहा कि, “आपने मेरे बचपन को खराब करके रख दिया,  आपने मेरे सपनो को कुचल कर रख दिया है” वो पर्यावरण के अंदर इतना घुश चुकी थी कि, उन्होंने एरोप्लेन और कार जैसी सभी वाहनों से यात्रा करना ही बंद कर दिया है | अब वो कही भी जाती है है तो वो अपनी साइकिल से ही जाती है | उन्होंने ने एक बार यूके जाने के लिए एक नाव का सहारा लेते हुए 14 अगस्त रवाना हुई थी और वो यूके 28 अगस्त को पहुंची थी |

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