आयुष्मान भारत योजना क्या है (हिंदी में जानकारी)

आयुष्मान भारत योजना Ayushman Bharat Scheme

देश के प्रधानमंत्री जी नें देश की निर्धन जनता को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण योजना लागू करनें की घोषणा की है, इस योजना का नाम आयुष्मान भारत योजना है, तथा इसे ‘मोदीकेयर’ के नाम से भी जाना जाता है, यह योजना स्वाथ्य से सम्बंधित योजना है, इस योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष पांच लाख परिवारों को लाभ पहुचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, यह योजना मुख्य रूप से ट्रस्ट मॉडल या इंश्योरेंस मॉडल पर कार्य करेगी और पूर्ण रूप से कैशलेस होगी, आयुष्मान भारत योजना के बारें में आपको इस पेज पर विस्तार से बता रहे है |

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 आयुष्मान भारत योजना क्या है

वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के लगभग पांच करोड़ लोग प्रति वर्ष गरीब हो जाते है, लोगो की इस निर्धनता का मुख्य कारण स्वास्थ्य से सम्बंधित ईलाज है, एक निर्धन परिवार के व्यक्ति का स्वास्थ्य ख़राब हो जानें पर वह सर्वप्रथम सरकारी अस्पताल की शरण लेता है, परन्तु स्थिति गंभीर होनें पर मजबूर होकर उन्हें निजी अस्पताल की शरण लेना पड़ता है, और एक निजी अस्पताल में अपनें परिजन का इलाज करानें में वह अपनें खेत अथवा अन्य सम्पति का मजबूर होकर विक्रय करना पड़ता है, इस प्रकार उन्हें अनेक प्रकार की कठिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है |

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हमारे देश की बढ़ती हुई निर्धनता को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नें आयुष्मान भारत योजना का शुभारम्भ पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जन्मदिन अर्थात 25 सितंबर 2018 से आरंभ करनें की घोषणा की है, परन्तु इस योजना के पात्र परिवारों का चयन कार्य स्वंत्रता दिवस (15 अगस्त) से आरंभ हो चुका है, यह योजना मुख्य रूप से दो भागो में कार्य करेगी, जो इस प्रकार है-

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1.स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र (प्राथमिक चिकित्सा)

प्राथमिक चिकित्सा के अंतर्गत सम्पूर्ण देश में 1.5 लाख हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर खोलनें का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इन  सेंटर्स में लोगो को लगनें वाली मामूली चोटे, बुखार, खांसी-जुकाम इत्यादि का मुफ्त ईलाज किया जायेगा |

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2.नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम

इस स्कीम के अंतर्गत देश की 50 करोड़ आबादी को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जायेगा, इस स्कीम के अंतर्गत छोटी बड़ी 1,350 बीमारियों का इलाज किया जायेगा तथा किसी भी व्यक्ति के इलाज पर 5 लाख रु० तक का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जायेगा, इसके साथ-साथ यदि कोई मरीज अस्पताल में भर्ती होता है, तो उसके भर्ती होनें के तीन दिन पूर्व से अस्पताल से छुट्टी मिलनें के 15 दिन बाद तक का खर्च का सम्पूर्ण वहन इस योजना के अंतर्गत किया जायेगा, परन्तु इस योजना का लाभ प्राप्त करनें के लिए मरीज को अस्पताल में भर्ती होना अनिवार्य होगा |

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आयुष्मान भारत योजना हेतु पात्रता (Eligibility)

  • जिनके पास कच्ची दीवार या कच्चे घर के साथ एक कमरा हो, तथा परिवार में 16 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के मध्य कोई व्यस्क सदस्य नहीं है
  • ऐसा परिवार जिसकी मुखिया एक महिला हो, अथवा ऐसा परिवार जिसमें दिब्यांग सदस्य हो, परन्तु उस घर में कोई सक्षम सदस्य नहीं है
  • ऐसे परिवार जिनके पास रहनें के लिए निवास उपलब्ध नहीं है,जैसे- जनजाति समूह अथवा क़ानूनी रूप से मुक्त किये गये बंधुआ मजदूर

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स्कीम कार्य कैसे करेगी 

सरकार द्वारा स्कीम लांच करनें के पश्चात सर्वप्रथम पत्र व्यक्तियों के कार्ड बनाये जायेंगे, पात्र अथवा लाभार्थी की पहचान के लिए मोबाइल एप्लीकेशंस की सहायता ली जाएगी, तथा प्रत्येक राज्य में एक स्टेट हेल्थ एजेंसी बनायी जाएगी, जिसके माध्यम से   योजना के प्रगति कार्य की समीक्षा की जाएगी |

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कैसे चिन्हित होंगे लाभार्थी

सही लाभार्थी की पहचान करना वास्तव में एक कठिन समस्या है, क्योंकि एक ही गाँव में एक ही नाम के कई लोग मिल जाते है, ऐसे में उपयुक्त पात्र व्यक्ति की पहचान करना कठिन होगा, हालाँकि लाभार्थियों की सूची राज्यों के माध्यम से एक सूची ग्राम पंचायतों तक पहुंचा दी जाएँगी, जिससे लाभार्थी स्वयं जानकारी प्राप्त कर सकते है, इसके साथ-साथ तकनीक का सहयोग लिया जायेगा |

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बीमा प्रीमियम का निर्धारण (Premium)

बीमा प्रीमियम के निर्धारण हेतु बीमा कंपनियों को राज्यों के अनुसार ठेका दिया जायेगा, और ठेके के लिए बोली लगाई जाएगी, इस प्रक्रिया में सरकारी और निजी दोनों बीमा कंपनियां सम्मिलित हो सकती हैं, बीमा प्रीमियम का निर्धारण राज्य की जनसंख्या में पात्र लोगों की संख्या के आधार पर किया जायेगा |

क्या होंगी समस्याए

इस योजना में होनें वाले खर्च का 60 प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत भाग राज्य सरकार को वहां करना होगा, जबकि उत्तर पूर्वी और पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्ताखंड, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में केंद्र सरकार की भागीदारी 90 प्रतिशत रहेगी, आयुष्मान भारत योजना का श्रेय केंद्र सरकार को प्राप्त होगा, जिससे कुछ राज्य सरकारों को अच्छा महसूस नहीं होगा, हालांकि इस प्रकार के बिन्दुओ पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा नें बताया कि ,अब तक लगभग  “24 राज्यों के साथ एमओयू हस्ताक्षर किए जा चुके हैं, और शेष राज्यों से वार्तालाभ जारी है |

इस योजना में निजी अस्पतालों को सम्मिलित करना एक कठिन कार्य है, क्योंकि इलाज के अनुसार, सरकार द्वारा विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए जो दरे निर्धारित की गयी हैं, उनसे निजी अस्पताल संतुष्ट नहीं हैं |

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राज्यों में बननें वाले वेलनेस सेंटर (List of Ayushman Bharat Center)

क्रम स० राज्य का नाम सेंटर्स
1. छत्तीसगढ़ 1000
2. गुजरात 1185
3. राजस्थान 505
4. झारखंड 646
5. मध्य प्रदेश 700
6. महाराष्ट्र 1450
7. पंजाब 800
8. बिहार 643
9. हरियाणा 255

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यहाँ पर हमनें आपको आयुष्मान भारत योजना के बारें में बताया, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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