NCTE (एनसीटीई) क्या है?

NCTE (एनसीटीई) के विषय में जानकारी

किसी भी देश का आधार वहां के नागरिकों की शिक्षा होती है | इसलिए प्रत्येक देश अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार शिक्षा पर व्यय करता है | शिक्षा मानव जीवन का मूल आधार है, मनुष्य जन्म से लेकर मरण तक इसे किसी न किसी रूप में प्राप्त करता है | भारत में शिक्षा का उत्तरदायित्व राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के द्वारा निर्वहन किया जाता है | समय- समय पर यह परिषद शिक्षाविदों के परामर्श और भारत सरकार के दिशा- निर्देश पर आवश्यक परिवर्तन करती है | इस पेज पर एनसीटीई क्या है, एनसीटीई का फुल फॉर्म, कार्य, अधिकार के विषय में जानकारी दी जा रही है |

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एनसीटीई क्या है (What is NCTE )?

एनसीटीई एक संक्षिप्त नाम है, इसे राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद के नाम से जाना जाता है | राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) का गठन दिनांक 17 अगस्‍त, 1995 को राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद अधिनियम, 1993 (1993 की संख्‍या 73) के अनुसरण में एक स्‍वायत्‍त निकाय के रूप में स्‍थापित किया गया था | 1973 के पूर्व राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की भूमिका अध्यापक शिक्षा से संबंधित सभी विषयो पर केंद्रीय और राज्य सरकारों के लिए एक सलाहकार निकाय के रूप में थी |

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एनसीटीई का उद्देश्य (Purpose)

एनसीटीई का मुख्य उद्देश्य सम्पूर्ण भारत में अध्‍यापक शिक्षा प्रणाली को योजनावृत लागू करना और इसके द्वारा समन्वित विकास को प्राप्‍त करना है, इसके अतिरिक्त शिक्षा से सम्बंधित मामलों एवं अध्‍यापक शिक्षा प्रणाली के मानकों का निर्धारण और निर्धारित किये गए मापदंडों को पूरे देश में लागू करना और इनकी समीक्षा करना तथा शिक्षण संस्थाओं को मान्यता देना है |

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एनसीटीई का फुल फॉर्म (Full Form)

एनसीटीई का फुल फॉर्म National Council for Teacher Education (NCTE) है | हिंदी भाषा में इसे राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद कहा जाता है | 

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एनसीटीई अधिकार (NCTE Rights)

एनसीटीई भारत में शिक्षा के मानक तय करने का अधिकार रखती है, इसके अतिरिक्त वह शिक्षक भर्ती के लिए माप दंड का निर्धारण करती है, जिसके द्वारा योग्य शिक्षकों की भर्ती की जा सके | एनसीटीई के नियमों के विरुद्ध कोई भी राज्य अपनी इच्छा के अनुसार शिक्षा का निर्धारण नहीं कर सकता है |

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एनसीटीई कार्य (Work)

एनसीटीई भारत के शिक्षण संस्थान को मान्यता प्रदान करता है | मान्यता प्रदान करते समय उस शिक्षण संस्थान को एनसीटीई द्वारा निर्धारित किये गए सभी मानक को पूर्ण करने होते है, उसी के बाद एनसीटीई का प्रतिनिधि मंडल इसकी जाँच करता है, इसके बाद ही शिक्षण संस्थानों को मान्यता प्रदान की जाती है | इसके अतिरिक्त केंद्रीय मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रम का निर्धारण एनसीटीई के द्वारा ही तय किया जाता है | भारतीय राज्य पाठ्यक्रम का निर्धारण एनसीटीई के दिशा- निर्देश से ही तय कर सकते है |

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यहाँ पर हमनें एनसीटीई के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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