वामपंथ और दक्षिणपंथ क्या है?

वामपंथ और दक्षिणपंथ (Left Wing & Right Wing) 

भारतीय राजनीति का इतिहास बहुत ही प्राचीन है | भारतीय राजनीति में समय- समय पर परिवर्तन देखने को मिलता है | भारत की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दो पार्टियां मुख्य भूमिका निभाती है | भारत वह देश है जहाँ की परिस्थितियां बहुत ही भिन्न रही है, चाहे हिन्दू राजाओं का समय रहा हो या मुस्लिम राजाओं का समय रहा हो अथवा अंग्रेजी शासन का समय रहा हो | यहाँ पर Left Wing (वामपन्थी) और Right Wing (दक्षिणपन्थी) विचारधाराओं से परिचय कराया जा रहा हैं |

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वामपंथ (Left Wing)

वामपंथ एक विचारधारा है, इसका अर्थ है कि समाज में पिछड़े लोगों को बराबरी पर लाना है | इस विचारधारा के लोग जाति, वर्ण, समुदाय, राष्ट्र और सीमा को नहीं मानते है | इस विचारधारा के लोगों का मुख्य उद्देश्य पिछड़ते लोगों को एक साथ एक मंच पर लाना है | इस विचारधारा के लोगों के प्रति सहानुभूति रखते है जो किसी कारणवश समाज में पिछड़ गए है और वह शक्तिहीन और उपेक्षा का शिकार हुए है |

भारत में वामपंथी दल (Left Wing)

भारत में वामपंथी दल का सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) है, अंग्रेजी भाषा में इसे Communist Party of India के नाम से जाना जाता है | इसे एक साम्यवादी दल के रूप में माना जाता है | आधिकारिक रूप से इसकी स्थापना 26 दिसंबर सन 1925 को हुई थी परन्तु यह अपने अपनी वास्तविक स्थापना वर्ष 1920 को मानते हैं |

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दक्षिणपंथ (Right Wing)

दक्षिणपंथ विचारधारा के लोग वामपंथ विचारधारा के बिलकुल विपरीत होते है | यह धर्म में, राष्ट्र में और अपने धर्म से जुड़े रीति रिवाजों पर विश्वास करते है | इस विचारधारा के लोग सामाजिक स्तरीकरण या सामाजिक असमानता को अपरिहार्य, प्राकृतिक, सामान्य या आवश्यक मानते हैं | इस प्रकार के लोग समाज की परम्परा, अपनी भाषा, जातीयता, अर्थव्यवस्था और धार्मिक पहचान को बढ़ाने की चेष्टा करते हैं | इस विचारधारा के लोगों का मानना है कि समाज को आधुनिकता के अलावा अपने पुराने रिवाजों को साथ लेकर भी चलना चाहिये |

भारत में दक्षिणपंथ (Right Wing)

दक्षिणपंथ विचारधारा में कठोरता पायी जाती है | यह वामपंथी विचारधारा के बिलकुल विपरीत है | यह जमीनी स्तर पर सत्यता पूर्ण मजबूत स्थिति में है | हमारे देश में दक्षिणपंथ विचारधारा का सबसे बड़ा उदाहरण ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ‘ है, अंग्रेजी भाषा में इसे Rashtriya Swayamsevak Sangh अथवा R.S.S. के नाम से जाना जाता है | यह एक एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन है | इसके सिद्धांत हिंदुत्व पर आधारित है | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना वर्ष 27 सितंबर 1925 को हुई थी |

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वामपंथ और दक्षिणपंथ में अंतर (Difference In Left Wing & Right Wing)

  • वामपंथ विचारधारा के लोग जाति, वर्ण, समुदाय, राष्ट्र और सीमा को नहीं मानते है, जबकि दक्षिणपंथ विचारधारा के लोग जाति, वर्ण, समुदाय, राष्ट्र और सीमा को मानते है |
  • वामपंथ विचारधारा का मुख्य उद्देश्य पिछड़ते लोगों को एक साथ एक मंच पर लाना है, जबकि दक्षिणपंथ विचारधारा के लोग सामाजिक असमानता को अपरिहार्य, प्राकृतिक, सामान्य या आवश्यक मानते हैं |
  • दक्षिणपंथी विचार धारा के लोग सामाजिक और पारम्परिक व्यवस्था को कायम रखना चाहते हैं बल्कि वामपंथी विचारधारा के लोग सामाजिक और पारम्परिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं करते है |

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अन्य जानकारी (Other Information)

वामपंथी दल साम्यवाद की राजनीति कई वर्षो से करते आ रहे है | वर्तमान समय में वामपन्थ विचारधारा लोकतंत्र में सफल नहीं हो पायी है | इस समय यह विचारधारा विलुप्त के कगार पर प्रदर्शित हो रही है | इस विचारधारा में राष्ट्रवाद को अपनाना निषेध है, इसी कारण से वह राष्ट्रवाद के नारों से मीलों दूर रहते है | वामपंथी दल स्वयं विभाजन के शिकार हो चुके है | प्रारम्भ में यह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी थी जिसके बाद इसमें विभाजन हुआ और नया दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बन गया | इसके बाद वह वाम मोर्चा दल में परिवर्तित हो गया |

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यहाँ पर हमनें Left Wing (वामपन्थी) और Right Wing (दक्षिणपन्थी) विचारधाराओं के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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