अस्थमा क्या है?

अस्थमा से सम्बंधित जानकारी (Information About Asthma)

वर्तमान समय में प्रदूषण की समस्या निरंतर बढती जा रही है|  प्रदूषण के कारण वातावरण में काफी परिवर्तन होता जा रहा है, साथ खाने पीने की चीजों में मिलावट और अशुद्धता आदि के कारण मरीजों की सख्या में वृद्धि हो रही है| ऐसे में जब किसी व्यक्ति को श्वास नलियों में किसी प्रकार का कोई रोग उत्त्पन हो जाता है, तो उसे सांस लेने में बहुत ही कठिनाई होती है, जिसके कारण उसे खांसी होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति को अस्थमा या दमा कहा जाता है। यह श्वास तन्त्र की ऐसी गंभीर बीमारी होती है, जिसके कारण हमें साँस लेने में बहुत ही कठिनाई होती है। क्योंकि हमारे श्वास मार्ग में सूजन आ जाती है, उससे हमें छोटी-छोटी सांस लेनी पडती है और हमारी छाती में कसाव जैसा महसूस होने लगता है|

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अस्थमा क्या है (Asthma Kya Hai)

अस्थमा या दमा एक ऐसी बीमारी है, जो श्वसन तंत्र या फेफड़ों से सम्बंधित है  | इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की सांस की नली ब्लॉक या पतली हो जाती हैं,  जिसकी वजह से मरीज को सांस लेने में काफी परेशानी होती है | इस बीमारी से ग्रसित लोग कभी भी लम्बी सांसे लेनें में असमर्थ हो जाते है, उनकी छाती में कसाव सा बना ही रहता है, सांस फूलने लगती है और खांसी अत्याधिक आती है |

अधिकतर यह बीमारी अधिक जुकाम से कफ जम जाने के कारण बनती है, क्योंकि जब हमें जुकाम हो जाता है, तो कफ जमने की वजह से सांस की नली काफी संकरी हो जाती है, और धीरे-धीरे यह बड़ी बीमारी बन जाती है, जिसे अस्थमा कहते है|  यह बीमारी बड़े और नवजात शिशु किसी को भी हो सकती है|

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अस्थमा के लक्षण (Symptoms Of Asthma)

  • जिन लोगों को हर समय खांसी आती  रहती है, उन्हें यह बीमारी शीघ्र होनें की संभावना होती है|
  • वहीं यदि सांस लेते समय सीटी की आवाज आये, तो इससे आपको यह समस्या हो सकती है |
  • जुकाम होने के बाद जल्दी ठीक न होना और साथ ही छाती में जकड़न बनें रहनें से भी अंदाजा लगाया जा सकता है, कि आपके यह समस्या हो सकती है |
  • अधिक खांसी आने के साथ कफका न निकलना भी बीमारी जैसी बड़ी समस्या हो सकती है|
  • थोड़े-थोड़े समस्य में एकदम से बेचैनी सी होना ,ये भी अस्थमा के ही लक्षण है |

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अस्थमा के लिए आयुर्वेदिक औषधियां (Ayurvedic Medicines For Asthma)

  • जो लोग अभी भी अस्थमा जैसी एक गंभीर का सामना कर रहें है तो आप इस बीमारी से छुटकारा पाने अपनी आयुर्वेदिक औषधि में कंटकारी अवलेह का इस्तेमा कर सकते है|
  • आप अपनी दवा के लिए वासावलेह को भी शामिल कर सकते है|
  • यह बीमारी होने पर  सितोपलादि चूर्ण भी खाया जा सकता है|
  • यह बीमारी हो जाने पर कनकासव का इस्तेमाल भी किया जाता है|
  •  अगत्स्यहरीतिकी अवलेह भी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका प्रयोग इस बीमारी में ही किया जाता है|

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अस्थमा से बचने के उपाय (Avoid Asthma)

  • यदि आप इस बड़ी बीमारी से दूर रहना चाहते है, तो बाहर निकलने से पहले अपने मुंह पर कपड़ा बाँध लें ताकि आप धूल, मिट्टी, धुआं और  प्रदूषण  से अपने आपको बचा सके| इसके साथ ही किसी सिगरेट के धुएं से भी दूरी बनाकर रखें|
  • इसके अलावा आप पेन्ट, कीटनाशक, स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर भगाने की कॉइल  के धुंए से दूर रहें और साथ ही खुशबूदार इत्र आदि से बचे|
  • इस बीमारी से बचनें के लिए आप रंगयुक्त व फ्लेवर, एसेंस, प्रिजर्वेटिव मिले हुए  खाने-पीने वाली चीजों से दूरी बनाकर रखें, खासकर आप कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहें|

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