हलाला (निकाह हलाला) क्या होता है?

निकाह हलाला (Halala Nikah) के विषय में जानकारी

सम्पूर्ण विश्व में इस्लाम दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह है, पूरे विश्व की जनसंख्या में मुस्लिम जनसंख्या 23 प्रतिशत है | इस्लाम धर्म के प्रवर्तक नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम (मुहम्मद साहब) को माना जाता है | इनका जन्म  570 ईस्वी में मक्का में हुआ था | लगभग 613 ईस्वी में मुहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार शुरू किया तभी से इस्लाम धर्म की शुरुआत मानी जाती है | इस्लाम में कुरान को बहुत ही पवित्र माना जाता है, इसमें अच्छी- अच्छी बातों के विषय में बताया गया इन्हीं बातों को मुस्लिम समुदाय के द्वारा प्रथा की मान्यता दी गयी है | लेकिन इन्हीं बातों को मुस्लिम मौलियों और काजियों ने तोड़- मरोड़ का लोगों के सामने प्रस्तुत किया | इसमें केवल उनका स्वयं का स्वार्थ छिपा हुआ है | आज के समय में इन मौलियों और काजियों ने कुरान की पवित्र प्रथा को कुप्रथा में परिवर्तित कर दिया है | इन कुप्रथाओं को मुस्लिम समाज पर बहुत ही विपरीत असर हुआ है, इन्हीं कुप्रथाओं में हलाला है | इस पेज पर हलाला (निकाह हलाला) के बारे में बताया जा रहा है |

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निकाह क्या है (What is Nikah)?

जीवन बहुत ही उतार- चढ़ाव भरा है, समय- समय पर हमें लोगों से सहायता की आवश्यकता पड़ती रहती है, इन आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही हम जीवन में तरक्की करते रहते है और जीवन के अंतिम पड़ाव से अपना जीवन समाप्त करते है | बचपन में हमें माता- पिता हमारी आवश्यकताओं को पूर्ण करते है और हमें बड़ा करते है, युवावस्था में हमें एक महिला या पुरुष की आवश्यकता होती है, जोकि जीवन भर साथ दे सके और इस जीवन के अंतिम पड़ाव तक साथ रहे | इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए प्रत्येक धर्म में शादी या विवाह या निकाह या मैरिज को अपनाया गया है | इसके बाद वृद्धावस्था में हमारा शरीर कमजोर हो जाता है, उस समय भी हमें सहायता और देखभाल की आवश्यकता होती है, इसके लिए हम संतान की उत्त्पति करते है जोकि वृद्धावस्था में हमारी सहायता कर सके | इस प्रकार से कहा जा सकता है, जिस प्रक्रिया के अंतर्गत एक महिला और एक पुरुष एक दूसरे का जीवन भर साथ देते है, उसे निकाह कहते है |

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तलाक क्या है (What is Divorce)?

दांपत्य जीवन में कभी- कभी सबकुछ ठीक नहीं चलता है, जिससे कई परेशानियों का जन्म हो जाता है | पति या पत्नी एक दूसरे को पसंद नहीं करते है, जिससे वह एक दूसरे को तलाक के द्वारा छोड़ना चाहते है, परन्तु मुस्लिम धर्म में तलाक देने का अधिकार केवल पुरुषों को ही दिया गया है | पुरुष कभी भी तीन बार तलाक बोल कर अपनी पत्नी से रिश्ता समाप्त कर सकता है, इसे ही तलाक कहा जाता है |

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तलाक के बाद इद्दत (Iddat)

तलाक के बाद मुस्लिम महिला अपने मायके आ जाती है और उसे इद्दत का नियम पालन करना होता है, इसमें तीन महीने 10 दिन तक किसी भी पराये मर्द के सामने नहीं आना होता है, जिससे वह गर्भवती हो तो इसका पता किया जा सके और उसके बच्चे को जायज माना जा सके |

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हलाला (निकाह हलाला) क्या होता है (What is Nikah Halala)?

तलाक देने के बाद पति और पत्नी अपना अलग- अलग निकाह किसी दूसरे व्यक्ति से कर सकते है और अपना जीवन यापन कर सकते है | लेकिन अक्सर देखा गया है, कि तलाक के बाद भी कई लोग उसी व्यक्ति के साथ निकाह करना चाहते है, जिससे वह पहले निकाह कर चुके है, इसके लिए कुरान की आयत 232 में बताया गया है, यह इस प्रकार है-

“पहले शौहर से तलाक के बाद औरत शादी कर लेती है लेकिन दूसरा शौहर भी उसे तलाक दे देता है या मर जाता है तब औरत के इद्दत अवधि पूरी कर लेने के बाद अगर दोनों (पूर्व पति-पत्नी) को परस्पर विश्वास है तो वे फिर एक हो सकते हैं, इसमें दूसरे पति से तलाक या उसकी मृत्यु संयोग होना चाहिए |”

नोट:- इस आयत में पहले पति से दोबारा निकाह करने के लिए दूसरे व्यक्ति से निकाह करने का प्रावधान ही नहीं किया गया है, यह केवल संयोग की परिस्थिति में ही मान्य किया गया है |

कुरान कि इस आयत में हलाला के विषय में ऐसा कुछ भी नही कहा गया है कि हलाला जरूरी है | लेकिन आज के मौलियों ने इस कुरान कि आयत को तोड़- मरोड़ कर पेश कर दिया और इनके अनुसार तलाक होने के बाद यदि महिला पहले पति से ही दोबारा निकाह करना चाहती है या उसका पति उससे दोबारा निकाह करना चाहता है, तो उस महिला को पहले किसी अन्य व्यक्ति के साथ निकाह करके शारीरक सम्बन्ध बनाने होंगे, जिसके बाद दूसरा पति महिला को तलाक दे देगा, जिसके बाद ही महिला पहले पति से निकाह कर सकती है | इस प्रथा को ही हलाला (निकाह हलाला) कहा जाता है |

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यहाँ पर हमनें हलाला (निकाह हलाला) के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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