आईएएस परीक्षा के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों को कैसे पढ़े?

आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए एनसीईआरटी (NCERT) पुस्तकों को पढ़ने के विषय में जानकारी

आईएएस की परीक्षा भारत की प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है, इसकी तैयारी के लिए लोग वर्षों से मेहनत करते है, जिसके बाद भी वह असफल हो जाते है, असफल होने पर असफल के कारण पर विचार अवश्य करना चाहिए जिससे आप अगले प्रयास में वह गलती दोबारा न कर सके | इसकी तैयारी में एनसीईआरटी (NCERT) की पुस्तकों की मुख्य भूमिका होती है, क्योंकि परीक्षा में इससे सम्बंधित कई प्रश्न पूछे जाते है | इस पेज पर आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए एनसीईआरटी(NCERT) पुस्तकों को पढ़ने के विषय में जानकारी दी जा रही है |

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एनसीईआरटी पुस्तक (Ncert Book)

किसी भी परीक्षा में एनसीईआरटी की पुस्तकों से कई प्रश्न पूछे जाते है, इसलिए यह आवश्यक है कि सही से इसका अध्ययन किया जाये | इस पर कई प्रश्न उठते है, यहां पर इससे सम्बंधित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास किया जा रहा है-

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एनसीईआरटी पुस्तकों को पढ़ना क्यों आवश्यक (Necessary) है?

एनसीईआरटी कि पुस्तकों को प्रामाणिक रूप से मान्यता प्राप्त है, यदि किसी भी प्रश्न पर विवाद होता है, तो एनसीईआरटी की पुस्तकों में दी गयी जानकारी को ही सही माना जाता है | इनमें प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक जानकारी का समावेश किया जाता है | एनसीईआरटी पुस्तकों की भाषा सरल होती है, जिसे आसानी से समझा जा सकता है |

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एनसीईआरटी पुस्तकों को कैसे पढ़े (How Read)?

एनसीईआरटी की पुस्तकों को सही ढंग से पढ़ने के लिए पहले आपको प्रत्येक अध्याय के अंत में प्रश्नों को पढ़ना चाहिए | इसके बाद आपको प्रश्नों के उत्तर को ढूढ़ने का प्रयास करना चाहिए | इसके बाद आपको अध्याय पढ़ना चाहिए | इससे आप तुलनात्मक ज्ञान प्राप्त कर सकते है |

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क्या एनसीईआरटी पुस्तकों के नोट्स (Notes) बनाना चाहिए?

प्रत्येक अभ्यर्थी की बौद्धिक क्षमता अलग- अलग होती है, आप चाहे तो इसके नोट्स बना सकते है, लेकिन आईएएस की तैयारी में आपको केवल इसी का अध्ययन नहीं करना है, इसके अतिरिक्त आपको अपने विषय पर भी फोकस करना रहता है | इसलिए पाठ्यक्रम की अधिकता और प्रश्नों के स्तर को देखते हुए आपको अधिक समय की आवश्यकता होगी | यदि आप इसके नोट्स बनाने में समय लगाएंगे तो आपको और अधिक समय की आवश्यकता होगी, इसलिए आपको जो भी टॉपिक नोट्स के लिए महत्वपूर्ण लगे तो आप उसको हाइलाइट कर सकते है और उसी के बगल में अपने हिसाब से लिख सकते है | इससे आपको दोबारा पढ़ने में वह सभी याद आ जायेगा |

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अच्छी तैयारी के लिए एनसीईआरटी किताबें कितनी बार (How Many Times) पढ़नी चाहिए?

यह अभ्यर्थी की किसी विषय या घटना को समझने की क्षमता पर निर्भर करता है | आप दो बार इसका अध्ययन करने के बाद प्रत्येक 3 महीने में इसको रिवाइज कर सकते है | आपको दिए गए प्रश्नो को अवश्य हल करना चाहिए जिससे आपकी पकड़ पूरे अध्याय पर जल्दी हो जाएगी |

एनसीईआरटी पुस्तकों को विषयवार या कक्षावार (Subject Wise Or Class Wise) पढ़ें?

एनसीईआरटी की पुस्तकों का कक्षा 6 से  कक्षा 12 तक की पुस्तकों का अध्ययन करना आवश्यक है | इससे आपको बेसिक जानकारी हो जाएगी | आप यदि सभी कक्षा की पुस्तकें विषय वार पढ़ेंगे तो आपको एक ही विषय का ज्ञान मजबूती के साथ हो जायेगा इसी प्रकार आप अन्य विषयों का अध्ययन कर सकते है |

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आपको कौन सा संस्करण (Version) पढ़ना चाहिए?

एनसीईआरटी के दोनों संस्करण ही बेहतर है, पहले के संस्करण में चित्रों की संख्या कम है, नए संस्करण में चित्रों के माध्यम से समझाया गया है, जिससे बच्चों को देर तक याद रह सके | एनसीईआरटी की पुस्तकों का निर्माण छोटे बच्चों के स्तर के अनुसार किया जाता है | आप अपनी इच्छा के अनुसार किसी का भी अध्ययन कर सकते है, मूल चीजे दोनों में एक ही है |

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यहाँ पर हमनें आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए एनसीईआरटी(NCERT) पुस्तकों को पढ़ने के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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