व्हीकल इंश्योरेंस एजेंट कैसे बने?

वाहन बीमा एजेंट (Vehicle Insurance Agent)

भारत में दो पहिया या चार पहिया किसी भी प्रकार का वाहन खरीदने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपनें वाहन बीमा यानी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना अनिवार्य है|  बिना बीमा के सार्वजनिक स्थल पर मोटर व्हीकल चलाना, मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार एक दण्डनीय अपराध है| वाहन बीमा किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित होने पर हमारे आर्थिक नुकसान को पूरा करता है। बीमा इंश्योरेंस कंपनी और आपके बीच एक तरह का अनुबंध होता है। इसके तहत कानूनी रूप में एग्रीमेंट किया जाता है, कि आप प्रीमियम देंगे और कंपनी वाहन दुर्घटना होने पर आर्थिक नुकसान की भरपाई करेगी। सभी प्रकार के वाहनों का बीमा कम्पनियों के इंश्योरेंस एजेंट द्वारा किया जाता है| इस प्रकार एजेंट बीमा करनें में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है| बीमा एजेंट बनकर आप अपना एक बेहतर करयर बना सकते है|  व्हीकल इंश्योरेंस (Vehicle Insurance) एजेंट कैसे बने, इसके बारें में आपको विस्तार से बता रहे है|

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व्हीकल इंश्योरेंस एजेंट कैसे बनें (Vehicle Insurance Agent Kaise Bane)

भारत में किसी भी वाहन बीमा कंपनी का एजेंट बनने के लिए एक समान प्रक्रिया है। वाहन बीमा एजेंट बनने के लिए सबसे पहले एक आईआरडीएआई द्वारा मान्यता प्राप्त जनरल इंश्योरेंस कंपनी का चयन करे| आप ऐसी कंपनी चुने जिसकी बीमा पॉलिसी आपके क्षेत्र में अधिक बिकती हैं। ऐसा करने से आपको पॉलिसी बेचने में आसानी होगी। भारत की विभिन्न प्रकार की इंश्योरेंस कंपनियां मौजूद है| आप अपनी इच्छानुसार उस कंपनी में जाएं और वहां पर मैनेजर से मिलकर यह बात करें कि आप कंपनी के बीमा एजेंट बनना चाहते है।

वहां बीमा कंपनी के सेल्स मैनेजर आपसे कुछ प्रश्न पूछेंगे, जिससे वह आपकी योग्यता का आकलन करेंगे, कि आप मोटर बीमा एजेंट बन सकते या नहीं। यह प्रश्न बहुत सामान्य होते हैं, जैसे कि आप एजेंट क्यों बनना चाहते हैं, आपकी योग्यता क्या है, आप हमारी ही कंपनी की पॉलिसी क्यों बेचना चाहते हैं इत्यादि। इंटरव्यू के बाद अगर सेल्स मैनेजर को लगता है, कि आप एजेंट बन सकते हैं तो वह आपका नाम कंपनी की ट्रेनिंग लिस्ट में डाल देगा।

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ट्रेनिंग अर्थात प्रशिक्षण (Traning)

सूची के अनुसार आपको ट्रेनिंग के लिए बुलाया जायेगा। आपकी यह ट्रेनिंग 25 से 50 घंटे की होगी, जिसमें की आपको मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी क्या होती है, यह कितने प्रकार की होती है, और कौन-सी पॉलिसी खरीदनी चाहिए जैसी बातें बताई जाएंगी।ट्रेनिंग के बाद, आपको आईआरडीएआई की मोटर बीमा एजेंट परीक्षा पास करनी होगी। इस परीक्षा में वही सवाल पूछे जाते हैं, जो आपको ट्रेनिंग में सिखाए जाते है।

भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) संस्था एक सरकारी संस्था है, जो भारत में बीमा बाजार को नियंत्रित करती है। इसके नियमों के मुताबिक किसी कंपनी का बीमा एजेंट बनने के लिए इसके द्वारा ली जाने वाली IC 33 या IC 38 परीक्षा पास करना अनिवार्य है। इसके बिना कोई बीमा एजेंट नहीं बन सकता और बीमा कंपनी एजेंट लाइसेंस जारी नहीं कर सकती।

परीक्षा पास करने के बाद, बीमा कंपनी द्वारा आपको मोटर बीमा एजेंट लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। जिसके बाद आप कंपनी की पॉलिसी बेच सकोगे। इस प्रकार आप वाहन बीमा एजेंट बन सकते है|

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वाहन बीमा एजेंट बनने हेतु योग्यता (Eligibility)

एक बीमा कंपनी का मोटर बीमा एजेंट बनने के लिए कम से कम 10वीं कक्षा पास होना चाहिए और आपकी आयु 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।

वाहन बीमा एजेंट के कार्य (Work)

मोटर इंश्योरेंस एजेंट किसी जनरल बीमा कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त व्यक्ति होता है, जो लोगों को वाहन बीमा पॉलिसी बेच सकता है।

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वाहन बीमा एजेंट का वेतन (Salary)

बीमा कंपनी द्वारा एजेंट को किसी भी तरह की सैलरी नहीं दी जाती है, बल्कि उन्हें पालिसी के आधार पर कमीशन प्राप्त होता है। एक बीमा एजेंट जितनी पॉलिसी बेचता है, उसमें से उसे घोषित कमीशन जो 10% से लेकर 15% तक प्राप्त होता है। यह पूरी तरह इंश्योरेंस एजेंट पर निर्भर करता है, कि वह कितनी पॉलिसी बेचता है। एजेंट जितनी अधिक पॉलिसी बेचेंगे, उन्हें उतनी अधिक आय अर्थात कमीशन मिलेगा। इसमें एक सबसे बड़ा लाभ यह होता है, कि एक बार पॉलिसी बेचने पर जब ग्राहक फिर से पॉलिसी रिन्यू करवाता है, तो एजेंट को फिर से उसमें से कमीशन प्राप्त होता है।

वाहन बीमा एजेंट बनने के लाभ (Benefits Of Vehicle Insurance)

मोटर बीमा एजेंट बननें के लाभ इस प्रकार है-

1.कार्य करने की आजादी (Freedom To Work)

साधारण नौकरी की भांति यहां आपको निश्चित समय तक कार्य नहीं करना है, आप अपने कार्य के अनुसार समय का निर्धारण स्वयं कर सकते हैं।

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2.पार्ट टाइम जॉब (Part Time Job)

मोटर बीमा एजेंट का कार्य को पार्ट टाइम जॉब की तरह भी किया जा सकता है। इस पेशे में आने के लिए आपको अपनी नौकरी या यदि आप कोई नौकरी या कुछ और करते है, तो उसे छोड़ने की जरूरत नहीं है।

3.कोई पूँजी निवेश नहीं (No Capital Investment)

इस पेशे में आने के लिए आपको किसी तरह का निवेश करने की आवश्यकता नहीं है।

4.बेहतर व्यक्तित्व (Better Personality)

वाहन बीमा एजेंट बनने के बाद बीमा कंपनी द्वारा समय – समय पर आपकी ट्रेनिंग होती है। जिसमें की इस पेशे से जुड़े हुए प्रोफेशनल लोग आपको ट्रेनिंग देते हैं। जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और लोगों से बात करने का तरीका अच्छा होता है।

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यहाँ पर हमनें व्हीकल इंश्योरेंस (Vehicle Insurance) एजेंट बननें के बारें में बताया| यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है|

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