पेय स्केल (Pay Scale)और भत्ता (Allowance) क्या है

पेय स्केल और भत्ता से सम्बंधित जानकारी (Information)

प्रत्येक व्यक्ति अधिक वेतन के लिए अधिक परिश्रम करते है, जिससे उनकी आवश्यकता की पूर्ति होती है| सरकारी नौकरी में वेतन के लिए कई नियम बनाये गए जिसका लाभ मिलने पर धन राशि अधिक हो जाती है|  कई लोग इस वेतन को प्राप्त कर लेते है, परन्तु वह किस प्रकार की गणना के बाद दिया गया है और वेतन में किस- किस भत्ते को जोड़ा जाता है, इसके विषय में उन्हें जानकारी नहीं होती है,  यदि आपको इसके विषय में जानकारी नहीं है, तो इस पेज पर पेय स्केल और भत्ता और इसके नियम के बारे में विस्तार से बता रहे है|

ये भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल, सब-इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर का वेतन कितना होता है

ADVERTISEMENT विज्ञापन

पे स्केल (Pay Scale)

पे स्केल किसी कर्मचारी को नियुक्ति के समय दी जाने वाली राशि के लिए पहले से निर्धारित नियम होते है, इसके अनुसार उसके वेतन में बढ़ोत्तरी होती रहती है जैसे यदि किसी कर्मचारी की नियुक्ति 15000-400-19000-800-23000 रूपए पे स्केल पर होती है, तो इसका अर्थ है कि कर्मचारी को शुरुआत में 15000 रुपए मूल वेतन के रूप में प्राप्त होंगे इसके बाद प्रत्येक वर्ष उसके मूल वेतन में 400 रूपए की वृद्धि की जाएगी | यह तब तक होती रहेगी जब तक उसका वेतन 19000 रूपए नहीं हो जाता है | इसके बाद वेतन में 800 रूपए प्रतिवर्ष की दर से वृद्धि की जाएगी, इस प्रकार यह वृद्धि 23000 रूपए तक होती रहेगी | वेतन वृद्धि वर्ष में केवल एक बार की जाती है |

ADVERTISEMENT विज्ञापन

ये भी पढ़ें: प्रधानमंत्री (PM), मुख्यमंत्री (CM), सांसद (MP), विधायक (MLA) का वेतन कितना है

वेतन स्लिप (Salary Slip)

जब कर्मचारी को वेतन दिया जाता है, उसके साथ में उसे वेतन की एक स्लिप दी जाती है, इस स्लिप में आपको वेतन से सम्बंधित सभी जानकारी प्रदान की जाती है |

वेतन स्लिप के भाग (Part Of Salary Slip)

मुख्यतः वेतन स्लिप को दो भागों में विभाजित किया जाता है |

ADVERTISEMENT विज्ञापन

1.पेमेंट (Payment)

2.डिडक्शन (Deduction)

पेमेंट (Payment)

यह भाग प्रतिमाह प्रदान किये गए धनराशि के विषय में जानकारी देता है |

ये भी पढ़े: सरकारी नौकरी कैसे मिलेगी

डिडक्शन(Deduction)

यह भाग आपके वेतन में कितनी कटौती की गयी है, उसके बारे में जानकारी देता है |

पेमेंट (Payment) के मद

पेमेंट (Payment) मुख्य रूप से तीन मद होते हैं

  1. Basic Pay / मूल वेतन
  2. Grade Pay / ग्रेड वेतन
  3. D. A. / महंगाई भत्ता

इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा तय किये गए नियमों के अनुसार अन्य मदों को भी जोड़ा जाता है, जो इस प्रकार है-

  1. House Rent Allowance / गृह भाड़ा भत्ता
  2. Interim Relief / अंतरिम राहत ( यदि दी गई हो )
  3. Handicapped Allowance / विकलांग भत्ता ( निशक्त कर्मचारियों के लिए )

ये भी पढ़े: सरकारी नौकरियों के ऑनलाइन फार्म कैसे भरे

 भत्ता (Allowance) क्या है

वेतन के अतिरिक्त दिए गए धन को भत्ता कहा जाता है, यह कई प्रकार के होते है जैसे टी.ए और डी.ए. इत्यादि |

डी.ए. क्या है (What Is DA)

डी.ए. का फुल फॉर्म Dearness Allowance है, हिंदी में इसे महंगाई भत्ता कहा जाता है, यह सरकार द्वारा क्षेत्र के अनुसार दिया जाता है, जिससे कर्मचारी आराम से अपनी जीविका चला सकता है |

ये भी पढ़ें: आय प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करे

डी.ए. प्राप्त करने का नियम (Rules Of DA)

डी.ए. की गणना इस प्रकार की जाती है |

(Basic Pay + Grade Pay ) × D.A. % =  D.A.

अथार्त  मूल वेतन में ग्रेड वेतन को जोड़ने के बाद जो योग प्राप्त होता है, उसमे महंगाई भत्ते की दर को गुणा कर दिया जाता है | इस प्रकार जो राशि प्राप्त होती है वह महंगाई भत्ता कहलाती है |

यहाँ पर हमनें आपको पेय स्केल और भत्ता के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है|

ये भी पढ़ें: केवाईसी (KYC) का क्या मतलब होता है ?

ये भी पढ़ें: यूनिवर्सल बेसिक इनकम (Universal Basic Income) योजना